बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश को आजादी मिलने के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के लिए बांग्लादेश के राष्ट्रपति हामिद के निमंत्रण पर अपनी पहली तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर बांग्लादेश आए हैं। बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग होकर एक देश के रूप में स्थापित हुए 50 साल हो गए। 1971 की पाकिस्तान के साथ हुई जंग में बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में भारत ने अहम भूमिका निभाई थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को बांग्लादेश यात्रा पर ढाका पहुंचे। उनका ढाका एयरपोर्ट पर गर्मजोशी व 21 तोपों की सलामी के साथ स्वागत किया गया। वे गुरुवार को बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50 वीं वर्षगांठ पर आयोजित विजय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
राष्ट्रपति कोविंद पत्नी सविता कोविंद और बेटी स्वाति के साथ एयर इंडिया वन की विशेष उड़ान से ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। इसके तत्काल बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हमीद ने अपनी पत्नी रशीदा खानम के साथ उनकी अगवानी की। इसके बाद बांग्लादेश की सेना के जवानों ने हवाई अड्डे पर ही राष्ट्रपति कोविंद को गार्ड आफ आनर दिया।
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि गुरुवार को राष्ट्रपति कोविंद व प्रथम महिला सविता कोविंद ढाका में आयोजित नेशनल परेड में शामिल होंगे। भारत की तीनों सेना की 122 सदस्यीय टीम भी परेड में हिस्सा लेगी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से ढाका में मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी हित एवं द्विपक्षीय सहयोग के कई मामलों पर चर्चा की।