बजट सत्र 2022: कोरोना की तीसरी लहर के बीच होने जा रहे इस बजट सत्र से पहले संसद के 700 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 31 जनवरी से दो चरणों में शुरू होने जा रहे बजट सत्र पर संकट के बादल छाए हुए हैं। सूत्रों की मानें तो चार जनवरी तक संसद परिसर के 718 कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें अकेले 204 कर्मचारी तो राज्यसभा सचिवालय के ही हैं। बाकी कर्मचारी भी संसद से ही जुड़े हुए हैं। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि जब से संसद सत्र शुरू होगा, कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर होगी। ऐसे में बजट सत्र के दौरान संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा रहेगा।
ओमिक्रॉन और कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच होने जा रहे बजट सत्र का हाल भी मानसून सत्र, 2020 जैसा हो सकता है। सितंबर,2020 में आयोजित मानसून सत्र में सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू किया गया था। दिन के पहले भाग में राज्यसभा की बैठक और दूसरे भाग में लोकसभा की बैठक आयोजित की जा रही थी। इसके बाद अगले बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र अपने पूर्व निर्धारित समयानुसार हुए। इस दौरान भी शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन किया गया। इस बार आयोजित होने जा रहे बजट सत्र पर एक बार फिर से सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू हो सकता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) को एक साथ 31 जनवरी की सुबह संबोधित करेंगे। इसके अलावा केंद्रीय बजट एक फरवरी 2022 को प्रस्तुत किया जाएगा। स्थायी समितियों को मंत्रालयों व विभागों की मांगों पर विचार करने और अपनी रिपोर्ट तैयार करने का समय देने के लिए सदन 11 फरवरी को स्थगित होगा और 14 मार्च को फिर आयोजित होगा।