बुलंदशहर: सोमवार को बच्चा पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार के बाद से पार्क में पुलिस बल तैनात है। पुलिस द्वारा पार्क में अंत्येष्टि स्थल पर बाबूजी की चिता के कारण वहां आमजन को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां शुक्रवार को नरौरा स्थित बसी गंगा घाट पर विसर्जित की गईं। कल्याण सिंह की अस्थियां चुनने उनके बेटे और एटा सांसद राजवीर सिंह पहुंचे। उनके साथ कल्याण सिंह के पौत्र राज्यमंत्री संदीप सिंह और अन्य परिजन भी मौजूद रहे। इस दौरान मोटर बोट पर गंगा में पूर्व मुख्यमंत्री की अस्थियों को राजवीर सिंह ने विसर्जित किया। शेष फूल को लोगों के साथ भोला सिंह ने गंगा में प्रवाहित किया। वहीं राजघाट चौराहे पर 11 फुट ऊंची प्रतिमा लगा चौराहे का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखा गया।
नरौरा में गंगा नदी में अस्थि विसर्जन के लिए दो मोटर बोट को इंतजाम किया गया। अस्थियों के विसर्जन करते समय लोग बसी घाट पर ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू जी का नाम रहेगा’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते रहे। दो कलश की अस्थियां अरिष्टि के बाद अयोध्या और काशी में विसर्जित की जाएंगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने मेडिकल कालेज का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की। जिले में करीब 350 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर रखने की मांग सांसद डा. भोला सिंह ने की थी। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह पूर्व मुख्यमंत्री को सच्ची श्रद्धांजलि है।
बाबूजी के अंत्येष्टि स्थल पर प्रतिदिन शाम को भाजपा मंडल अध्यक्ष बीबी सिंह कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच कर दीप जला रहे थे। नगर पंचायत द्वारा बच्चा पार्क सहित नगर में प्रवेश से लेकर बसीघाट, बच्चा पार्क को जाने वाले रास्तों पर विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। नगर पंचायत नरौरा के चेयरमैन विवेक वशिष्ठ ने बताया कि दो दर्जन से अधिक कर्मचारी सफाई कार्य में लगाए गए हैं।
