सन्दीप मिश्रा
रायबरेली।
जनपद पुलिस की नाकामी उस वक्त देखने को मिली जब 2 माह पूर्व दुष्कर्म के प्रयास और मारपीट के मामले में लगातार शिकायतों के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की जिस पर पीड़ित में श्रीमान न्यायालय की शरण ली। जिसके के आदेश पर दो माह बाद कोतवाली पुलिस को एक युवती के साथ हुई मारपीट व दुराचार के प्रयास के मामले में मुकदमा दर्ज करना पड़ा। मामले में कोतवाली पुलिस ने सात लोगो के खिलाफ गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार दौतरा निवासी 25 वर्षीय युवती के साथ 29 जून को जब वह पाली गांव में स्थित अपने नाना जगन्नाथ की मृत्यु के बाद मां के नाम आयी जमीन पर विपक्षी सुखदेव पुत्र जगन्नाथ, रामजस, रामहेत, मल्हू पुत्रगण दुर्गा, अंजनी पुत्र मल्हू ,निलेश व अशोक पुत्रगण रामजस द्वारा कब्जा कर मकान बनवा रहे लोगो को भाई वीरेन्द्र के साथ निर्माण रोकवाने पहुंची तो उन लोगो द्वारा भद्दी-भद्दी गाली गलौज व मारपीट की गयी यही नही पुलिस के जाने के बाद एक बार फिर नीलेश व अंजनी ने उसके साथ मारपीट व कपड़े फाड़कर दुराचार का प्रयास किया। मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा कार्यवाही न होने पर युवती को न्यायालय की शरण में जाना पड़ा।