अवध बाढ़: नेपाल के छोड़े पानी और पहाड़ों पर बारिश के चलते अवध में 600 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। अयोध्या, गोंडा, बाराबंकी, सीतापुर और बहराइच में सैकड़ों लोगों के घरों व खेतों में पानी भर गया है। लोग सड़कों व तटबंधों पर आसरा लिए हुए हैं। शुक्रवार को जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया।
बसंतापुर, कोल्हुआपुरवा, देवपालपुर, मोगलापुर, आलमपुर, औरंगाबाद, दुबाई, चंदीभानपुर, अकबरपुर, लखनीपुर, भानपुर, मानपुर, बिस्वाखुर्द, बैठूपूर्वा, ककरहा, रोहा, चांदीखेरा, बेहटा, सुमली, कुम्हारनपुरवा, रमुआपुर, जनकपुर, खैरी पट्टी, बरसिंघवा, सुजावलपुर, रजनापुर, सेतुही, क्योटना व नन्हूई समेत करीब 40 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन गांवों के हालात बहुत ही खराब हैं। यहां खाना बनाने की जगह तक नहीं बची है और न ही पीने के लिए साफ पानी है। बाढ़ का पानी इतनी तेजी से बह रहा है कि कस्बे के मोहल्ला, कॉलेज मे पानी भर गया हैं, लोग परेशान है, क्योकि सभी बाढ़ग्रस्त गांवों के संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हैं।
