वाराणसी: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का निधन हो गया है l शुक्रवार की सुबह एक चुनावी सभा के दौरान उन्हें गोली मार दी गई, इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका l जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जिस गंगा घाट पर हाथ में गंगाजल लेकर विश्व शांति की कामना की थी, वहीं पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शुक्रवार की शाम दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती शिंजो आबे को समर्पित रही।
अर्चकों के साथ देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हेें नमन किया। दशाश्वमेध घाट पर जहां बैठकर शिंजो आबे ने गंगा आरती देखी थी, उसी स्थान पर 501 दीपों से नमन लिखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। गंगा सेवा निधि के सातों अर्चकों ने पहले मां गंगा में दीपदान किया। इसके बाद हाथों में शिंजो आबे की तस्वीर लेकर उन्हें नमन किया। उनकी आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की गई।
इस दौरान गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, सचिव सुरजीत सिंह, हनुमान यादव उपस्थित थे। वहीं, सारनाथ स्थित जापानी मंदिर में भी उन्हें मौन श्रद्धांजलि दी गई। पूर्व मंत्री शतरुद्र प्रकाश ने कहा कि शिंजो आबे की हत्या निंदनीय है। वे सच्चे काशी मित्र थे। काशी में रुद्राक्ष उनका सर्वश्रेष्ठ उपहार है। उनकी हत्या से काशी शोक संतप्त है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने कहा कि शिंजो आबे ने भारत-जापान संबंधों को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने में योगदान दिया है। वह पहले जापानी पीएम थे जिन्होंने कई बार भारत की यात्रा की। शिंजो आबे का काशी से गहरा नाता रहा है l
