हाईकोर्ट: देश भर में कोलकाता में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म व हत्या के मामले में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को राजधानी लखनऊ में डॉक्टरों ने हड़ताल करते हुए कार्य बहिष्कार किया है। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग की है। कोलकाता में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म व हत्या के मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान उच्च न्यायालय ने इस केस की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। कोर्ट ने आदेश दिया है कि इस मामले से जुड़े सीसीटीवी फुटेज, सभी बयान कल सुबह 10 बजे तक सौंपे जाएंगे।
बता दें कि लखनऊ में केजीएमयू सहित पीजीआई, लोहिया अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने हड़ताल कर कार्य बहिष्कार किया है। उनका कहना है कि डॉक्टरों को काम करने के लिए सुरक्षित माहौल उपलब्ध करवाया जाए। एक प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या एक शर्मनाक कृत्य है। हमें न्याय चाहिए। प्रदर्शनकारी एक डॉक्टर ने कहा कि पूरे देश में डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान तक नहीं दिया है। उन्हें बयान देकर हस्तक्षेप करना चाहिए।
डॉक्टरों के प्रदर्शन के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं हैं और लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान मरीज और उनके परिजन परेशान नजर आए। अस्पतालों में पर्चे न बनने से काउंटरों पर भीड़ लगी रही। डॉक्टरों के प्रदर्शन के कारण ओपीडी बंद रहा। वरिष्ठ डॉक्टरों ने अस्पतालों में लोगों को काउंटर खाली करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अति गंभीर मामलों को इमरजेंसी में देखा जा रहा है।
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म व हत्या के बाद देशभर में चिकित्सकों में आक्रोश है।
