किसान आंदोलन: किसान देश में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। चंडीगढ़ में किसान नेताओं और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी के मुद्दे पर हुई चौथे दौर की बैठक का कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद किसान नेताओं ने फिर से दिल्ली कूच का आह्वान किया हैं। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली से सटे कई बॉर्डर पर पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। पंजाब से हजारों प्रदर्शकारी किसान आज एक बार फिर दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं।
किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। दिल्ली सीमा पर सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। सुरक्षाबल के जवान रोलर और बालू की बोरियों के साथ तैनात हैं। इसके अलावा बॉर्डर पर सख्त घेरेबंदी की गई है। किसानों का यह ‘दिल्ली चलो’ मार्च अभी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर दूर शंभू बॉर्डर पर ही रुका है, लेकिन इसने दिल्लीवालों का सिरदर्द एक बार फिर बढ़ा दिया है। नोएडा से दिल्ली जाने वाले और दिल्ली से नोएडा जाने वालों को आज दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में भाकियू कार्यकर्ता और किसान बुधवार को पश्चिमी यूपी के हर जिले में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ता और किसान कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी करेंगे। किसान आंदोलन को देखते हुए पंजाब और दिल्ली से लगने वाले हरियाणा के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी भी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही फरीदाबाद स्थित हरियाणा-दिल्ली के सभी बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
