लखीमपुर बवाल: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष को जेल भेजने के बाद पुलिस अब पुख्ता सबूत इकट्ठे करने में जुट गई है। उधर, पुलिस कस्टडी रिमांड पर सोमवार को सुनवाई के दौरान आशीष को पेश किया जाएगा।
लगभग 12 घंटे की पूछताछ में भी यह सवाल अनसुलझा ही रहा कि घटना के समय आशीष कहां था। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों ने जांच में सहयोग न करने और सवालों के सही जवाब न देने को आधार मानते हुए आशीष को गिरफ्तार किया। इसके बाद रात में ही आशीष को जेल भेज दिया गया। अब उसे पुलिस रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को सुनवाई होना है।
घटनास्थल तिकुनिया कस्बे से केंद्रीय मंत्री का गांव चार किलोमीटर की दूरी पर है। रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे टीम के साथ बनवीरपुर पहुंचे डीआईजी ने गांव में सड़क किनारे लगी बाजार का निरीक्षण किया और दुकानदारों से बातचीत की। उन्होंने गांव की एक दुकान पर लगा सीसीटीवी कैमरे का सीडीआर भी कब्जे में लिया। यह दुकान केंद्रीय मंत्री के घर से करीब तीन सौ मीटर दूरी पर है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की राइस मिल को भी देखा।
करीब 2:30 बजे वह बनवीरपुर से वापस तिकुनिया की गुरु नानक देव सिख एकेडमी पहुंचे। वहां पहले से मौजूद किसानों से बंद कमरे में उन्होंने वार्ता की। यहीं 12 अक्तूबर को संयुक्त मोर्चा की ओर से घटना में मारे गए किसानों के अंतिम अरदास का कार्यक्रम रखा गया है। निगरानी समिति के अध्यक्ष उपेंद्र अग्रवाल ने रविवार को घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही वहां से केंद्रीय मंत्री के गांव बनवीरपुर तक रास्ते को देखा। गांव की एक दुकान से सीसीटीवी कैमरे का सीडीआर भी कब्जे में लिया।
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के साथ टीम में पीएसी कमांडेंट सुनील कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, सीओ मितौली संदीप सिंह, सीओ गोला संजय नाथ तिवारी, क्राइम ब्रांच के निरीक्षक विद्याराम दिवाकर, तिकुनियां के पूर्व थाना प्रभारी बालेंदु गौतम आदि शामिल हैं।
