महराजगंज, 29 अप्रैल 2025: महराजगंज पुलिस ने सोशल मीडिया की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक 18 वर्षीय युवक की जान बचा ली, जिसने प्रेमिका से ब्रेकअप के बाद जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। युवक की फेसबुक पोस्ट “गुडबाय मेरी फेमिली व सभी दोस्तों” ने डीजीपी कंट्रोल रूम को अलर्ट किया, जिसके बाद 20 मिनट के अंदर पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाकर उसकी जिंदगी बचा ली।
सोशल मीडिया से शुरू हुआ बचाव अभियान
सोमवार रात 11:12 बजे श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के महदेवा चौराहा निवासी युवक ने फेसबुक पर भावुक पोस्ट डाली, जिसमें उसने जहर खाने की बात कही। उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी कंट्रोल रूम की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने पोस्ट को तुरंत पकड़ा और महराजगंज पुलिस की सोशल मीडिया सेल को अलर्ट किया। सेल ने लोकेशन ट्रेस कर परतावल चौकी पुलिस को सूचना दी। चौकी प्रभारी मनीष पटेल के नेतृत्व में पुलिस टीम 20 मिनट में युवक के किराए के घर पहुंच गई।
पुलिस के पहुंचने पर युवक का परिवार गहरी नींद में था। दरवाजा खटखटाकर परिजनों को जगाया गया और स्थिति समझाई गई। कमरे में युवक बेसुध पड़ा मिला। उसने पुलिस को बताया कि उसने खाने में जहर मिलाया था। पुलिस ने तुरंत उसे परतावल सीएचसी पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने कहा कि 10-15 मिनट की देरी भी जानलेवा हो सकती थी। युवक अब खतरे से बाहर है।
मानवता की मिसाल बनी पुलिस
चौकी प्रभारी मनीष पटेल, कांस्टेबल पंकज यादव, हेड कांस्टेबल योगेश पांडे, कांस्टेबल तबरेज अहमद और मीडिया सेल के अमित खरवार की टीम ने इस बचाव अभियान को अंजाम दिया। पुलिस की इस तत्परता और संवेदनशीलता की चारों ओर सराहना हो रही है। परिजनों ने भी पुलिस का आभार जताया, जो बिना किसी पूर्व सूचना के समय पर पहुंची और उनके बेटे की जान बचाई।
महराजगंज पुलिस का यह कार्य न केवल कर्तव्य का उदाहरण है, बल्कि मानवता की जीवंत मिसाल भी है।

