महाराष्ट्र: महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे सियासी घमासान के बीच महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद रविवार को भाजपा के राहुल नार्वेकर को विधानसभा का स्पीकर चुना गया है। आज सदन में एकनाथ शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट है। इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने एनसीपी विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है।
शरद पवार ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी। पवार ने यह भी कहा कि इस प्रयोग की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमारे हाथ में केवल छह महीने हैं, तो राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताना चाहिए।
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के पतन के बाद एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी। शिंदे के नेतृत्व में लगभग 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई।
