नई दिल्ली: शुक्रवार सुबह दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई की दबिश शुरू हुई, CBI की दबिश शुरू होते ही लुटियन की दिल्ली छावनी में तब्दील रही। नई दिल्ली शुक्रवार को पूरे दिन छावनी में तब्दील रही। क्योंकि दिल्ली पुलिस को आशंका थी कि आप कार्यकर्ता व समर्थक नई दिल्ली में आकर भाजपा नेताओं व कार्यालय पर हंगामा कर सकते हैं। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सभी केन्द्रीय मंत्रियों, डीडीयू मार्ग स्थित भाजपा कार्यालय व पंडित पंत मार्ग स्थित दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय की सुरक्षा बढ़ी दी थी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई छापेमारी के विरोध में आप समर्थकों ने प्रदर्शन किया। समर्थकों ने केंद्र के खिलाफ नारेबाजी कर छापेमारी का विरोध जताया। प्रदर्शन बढ़ने पर पुलिस ने समर्थकों को हिरासत में ले लिया। वहीं, भीड़ को दौड़ा कर मौके से तितर बितर कर दिया।
सीबीआई रेड के चलते दिल्ली पुलिस को लग रहा था कि आप कार्यकर्ता व समर्थक नई दिल्ली में हंगाम व विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री आवास की चारों से सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। यहां पर कई मार्गों को बंद कर दिया गया था। सड़कों पर जगह-जगह बेरीकेड लगा दिए थे, ताकि किसी भी स्थित से निपटने के लिए मार्गों को बंद किया जा सके।
हालांकि कुछ मार्गों को छोड़कर ज्यादातर मार्गों पर वाहनों को आने-जाने की अनुमति दी जा रही थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार केन्द्रीय मंत्रियों के आवासों के पास 10 से 15 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। सभी बेरीकेड लगाकर घेराबंदी कर दी गई थी। दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर भी बाहरी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए थे।
नई दिल्ली जिले के सीनियर पुलिस अधिकारियों के ओर से शुक्रवार सुबह ही सभी थानाध्यक्षों को वायरलैस पर नई दिल्ली की सुरक्षा बढ़ाने का मैसेज दे दिया गया था। सभी थानाध्यक्षों को थानों में रहने के लिए कहा गया। वही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई। उनके आवास के चारों तरफ बेरीकेड़ लगाकर सुनहरी लेन व अन्य मार्गों को बंद कर दिया गया था।
