उत्तर प्रदेश चुनाव: समाजवादी पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रयोग की जा रही भाषा को लेकर सवाल उठाए हैं और इसकी शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग से करते हुए तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान उपयोग की जा रही ‘भाषा’ पर समाजवादी पार्टी ने आपत्ति जताई है। चुनाव आयोग को पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी ने एक पैनल के द्वारा मुख्यमंत्री के द्वारा इस्तेमाल की जा रही भाषा की जांच करने और उस पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
सपा ने आयोग को भेजे गए पत्र में कहा कि मुख्यमंत्री योगी जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। वह मर्यादित, संयमित और भद्र की श्रेणी में नहीं आती है। खासकर मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से तो मर्यादाविहीन भाषा व्यवहार की उम्मीद कतई नहीं की जाती है। अत: प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव सम्पन्न कराने के लिए इस संबंध में संज्ञान लें और निर्देश जारी करें।
सपा ने आरोप लगाया है कि ‘लाल टोपी का मतलब दंगाई’ बताकर योगी आदित्यनाथ अपने भाषणों में उनके नेता अखिलेश यादव पर व्यक्तिगत निशाना साध रहे हैं। लाल टोपी को गुंडों और माफियाओं से जोड़कर पार्टी की छवि खराब करने का आरोप भी लगाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय केवल एक कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। उन्हें नियम कायदों के अनुरूप व्यवहार करना चाहिए। यदि वे नियम-कानूनों का पालन नहीं कर सकते हैं तो उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
