गोरखपुर पुलिस को गुरुवार रात एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की संयुक्त टीम ने गगहा के गोबरहिया पुलिया के पास एक लाख के इनामी विजय प्रजापति को मुठभेड़ में मार गिराया। वह गगहा के जगदीशपुर भलुआन निवासी राजीव नयन सिंह की पुत्री काजल की हत्या में मुख्य आरोपित था। मुठभेड़ में विजय का एक साथी भाग निकला है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
वीडियो बनाते समय काजल को मारी थी गोली
बता दें बीते 20 अगस्त की रात को विजय अपने साथियों के साथ राजीव नयन सिंह की पिटाई कर रहा था। इस दौरान वहां काजल भी पहुंच गई। उसने पिटाई का विरोध किया। लेकिन बदमाश नहीं माने। ऐसे में काजल पिटाई का वीडियो बनाने लगी। इससे नाराज होकर विजय से काजल को गोली मार दी थी। बाद में लखनऊ में इलाज के दौरान काजल की मौत हो गई थी। पुलिस विजय की तलाश में जुटी थी। रात करीब तीन बजे पुलिस को जानकारी हुई कि विजय गगहा थाने के रकहट मोड़ स्थित गोबरहिया पुलिस के पास मौजूद है।
ऐसे हुई मुठभेड़
पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए आनन फानन में स्वाट, सर्विलांस, एसओजी व गगहा थाने की एक टीम गठित करके मौके पर दबिश दी। पुलिस को देखते ही विजय ने फायर झोंक दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इससे एक गोली विजय को लगी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस उसे इलाज के लिए सीएचसी गगहा लेकर गई। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में घटना की जानकारी पाकर एसएसपी डॉ विपिन कुमार ताडा, एसपी साउथ एके सिंह भी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी डॉ विपिन कुमार ताडा ने बताया कि विजय प्रजापति पर एक लाख रुपये का इनाम था। वह काजल हत्याकांड में वांक्षित था। रात में गोबरहिया पुलिया के पास उसके होने की सूचना मिली। पुलिस टीम में मौके पर दबिश दिया तो मौके पर दो व्यक्ति थे। एक ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की । इसमें वह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए लाया गया, लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी पहचान विजय के रूप में हुई है। विजय पर हत्या, लूट के करीब दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं। वह गोरखपुर के अलावा एनसीआर क्षेत्र में भी सक्रिय था। वहां अपराध की अधिकांश घटनाओं को उसने अंजाम दिया है। पुलिस विजय के साथी की तलाश में जुटी है।
