श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: देशभर में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाई जा रही है। मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही है। जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर 20 घंटे खुला रहेगा, जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन करने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
बता दें कि मथुरा सहित देशभर में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। हालांकि, वृन्दावन में जन्माष्टमी मंगलवार यानी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। यह भगवान कृष्ण का 5251वां जन्मोत्सव है। जानकारों का मानना है कि इस बार जन्माष्टमी पर 45 मिनट द्वापर युग जैसा संयोग बन रहा है जो काफी शुभ माना जा रहा है। देशभर में मंदिर और चौक-चौहारे जन्माष्टमी के भव्य उत्सव के लिए सजकर तैयार हो गए हैं।
भगवान कृष्ण, द्वापर युग में भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष में अष्टमी की रात प्रकट हुए थे। इस साल द्वापर युग की तरह ही नक्षत्रों का योग बन रहा है। श्रीकृष्ण रात में अवतरित हुए, इस वजह से जन्माष्टमी रात में मनाने की परंपरा है। बात मंदिरों की करें तो श्रीकृष्ण के लीला स्थान मथुरा-वृंदावन के अलावा देश भर के प्रमुख कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जा रही है।
आपको बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के इस पावन पर्व पर, हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम, भक्ति और धर्म के संदेश को अपनाना चाहिए क्योंकि वो ही सफल जीवन जीने का सार है।
