लखनऊ: राजधानी लखनऊ के कैसरबाग के बंगाली टोला में पिटबुल मामले में कुत्ते के मालिक अमित त्रिपाठी ने अपने कुत्ते को वापस लेने के लिए नगर निगम से संपर्क किया है. पिटबुल के कारण मां की जान जाने के बावजूद वो उसे अपने घर में रखना चाहते हैं l
आपको बता दे कि अपनी ही मालकिन पर हमला कर उनकी जान लेने वाली पिटबुल ब्राउनी को नगर निगम जरहरा स्वान केंद्र में आए हुए बुधवार को 14 दिन पूरे हो गए। इन 14 दिनों में ब्राउनी का मिजाज बिल्कुल सामान्य हो गया है। इसी के साथ अब वह 15वें दिन स्वान केंद्र से आजाद हो जाएगी।
उसके मालिक अमित त्रिपाठी ही उसे ले जाएंगे मगर उसे अपने पास नही बल्कि किसी रिश्तेदार के घर रखेंगे। इसको लेकर उन्हें शपथ पत्र भी देना होगा। बृहस्पतिवार को दोपहर दो बजे वह जरहरा स्वान केंद्र जरूरी शपथ पत्र व अपने रिश्तेदार के साथ ब्राउनी को लेने पहुंचेंगे। जहां पर नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी ने ब्राउनी को उनके हवाले कर देंगे।
ब्राउनी को स्वान केंद्र लाने वाले और उसके व्यवहार पर नजर रखने वाले नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ अभिनव वर्मा ने बताया कि पहले एक-दो दिन तो ब्राउनी गुमसुम रही लेकिन उसके बाद से देखरेख करने वाले केंद्र के कर्मचारियों के साथ सामान्य व्यवहार कर रही है। एक सप्ताह से तो वह कर्मचारियों के साथ आराम से खुले में उनके हाथों से खाना खा रही। उनके साथ गेंद भी खेल रही है। ब्राउनी का व्यवहार अब बिल्कुल सामान्य है। वह कर्मचारियों के साथ घुलमिल गई है।
कर्मचारी अब उसे बाड़े की बजाय खुले में ही अपने हाथों से खाना भी खिला रहे हैं, उसका व्यवहार इस समय बिल्कुल सामान्य है। ब्राउनी की अभी नसबंदी भी नहीं की गई है। बुधवार को अमित त्रिपाठी नगर निगम मुख्यालय आये। उनको नियम बताया गया कि पिटबुल उनको नहीं दी जा सकती यदि उनका कोई रिश्तेदार चाहे तो ले सकता है।
