वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 15 दिसंबर दौरे में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के साथ पूर्वांचल की पहली सिग्नेचर बिल्डिंग का भी शिलान्यास करेंगे। 15 दिसंबर से पहले पीएम के आगमन के मद्देनजर विकास प्राधिकरण तैयारियों में जुट गया है। माना जा रहा है कि नए साल से एकीकृत मंडलीय कार्यालय का काम शुरू हो जाएगा।
कमिश्नरी कंपाउंड में प्रस्तावित भूतल के साथ 19 मंजिला इमारत बनाने की योजना नए साल से पहले ही मूर्त रूप ले लेगी। विकास प्राधिकरण की ओर से जारी टेंडर के बाद अब कार्यदायी संस्थाओं के आवेदन का इंतजार है।
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बनने वाली इस इमारत में करीब 250 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। एक बिल्डिंग सरकारी उपयोग के लिए होगी और दूसरी कार्यदायी संस्था के व्यावसायिक उपयोग के लिए होगी। वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया शुरू कराई गई है और 11 दिसंबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
मंडलीय भवन की खासियत
– सौर ऊर्जा का भरपूर इस्तेमाल कर बिजली का न्यूनतम उपयोग।
– भूतल के बाद 18-18 मंजिल के दो भवन बनेंगे।
– जीरो वार डिस्चार्ज मैकेनिज्म पर निर्माण।
