राज्यसभा चुनाव: यूपी के राज्यसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में चल रही खींचतान के बीच भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में आठवां उम्मीदवार उतार दिया है। भाजपा के आठवें प्रत्याशी के मैदान में उतरने के बाद सपा विधायकों में सेंध लगना तय है। संजय सेठ पुराने सपाई हैं। आठवें प्रत्याशी के रूप में संजय सेठ ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। इस निर्णय से प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं।
दरअसल, सपा विधायक पल्लवी पटेल ने पार्टी की तरफ से घोषित किए गए प्रत्याशियों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा था कि हम पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों से वोट लेते हैं लेकिन राज्यसभा के प्रत्याशियों में इन वर्गों की अनदेखी की गई है। उन्होंने सपा प्रत्याशियों को वोट न करने का एलान किया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने आठवें प्रत्याशी के लिए भाजपा सपा में सेंध लगाने में कामयाब रहेगी।
भाजपा के पास 290 वोट हैं। सात प्रत्याशियों की जीत के लिए 261 मत की आवश्यकता है। पार्टी के पास 29 वोट अतिरिक्त है। एक प्रत्याशी के लिए 37.3 वोट चाहिए। इस तरह भाजपा को आठवीं सीट के लिए 8 वोट और चाहिए। संजय सेठ पुराने सपाई नेता है। वह सपा में सेंध लगाने का प्रयास करेंगे।
इससे पहले भाजपा के सात प्रत्याशियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नामांकन दाखिल कर दिया है। पार्टी ने नवीन जैन, साधना सिंह, आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य और संगीता बलवंत बिंद को प्रत्याशी बनाया है। रालोद के एनडीए में शामिल होने के बाद भाजपा का संख्या बल अधिक हुआ है।