मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के अदम्य साहस ने हमारे हृदय में स्वाभिमान के लिए मरमिटने का जज्बा जगाया। आज रानी लक्ष्मीबाई की जन्मतिथि के अवसर पर हम देशवासी उनकी तरह स्वाभिमान से पूरित जीवन का संकल्प दोहराते हुए स्वाधीनता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
भारतीय सिनेमा में उनकी शौर्यगाथा को प्रस्तुत करती अब तक कई फिल्में बन चुकी हैं। फिल्मकार सोहराब मोदी ने जब रानी लक्ष्मीबाई पर सिनेमा बनाने का विचार किया तो देश की पहली टेक्नीकलर फिल्म बना डाली। यह उस जमाने की सबसे महंगी फिल्म थी। इसकी तत्कालीन लागत करीब एक करोड़ रुपए बताई जाती थी।