यूपी: प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 8 जून को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह है। इधर लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन गिरने के बाद अब उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल और संगठन में बदलाव तय माने जा रहे हैं। इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गईं हैं।
दिल्ली में नई सरकार बनने के बाद सबसे पहले राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में बदलाव होंगे। इसके बाद प्रदेश में बदलाव किए जाएंगे। कहा जा रहा है कि संगठन ने जमीनी स्तर पर उस तरह से काम नहीं किया, जिस तरह की जरूरत थी। इसे लेकर प्रदेश संगठन में फेरबदल को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भाजपा सबसे पहले ग्राफ गिरने के कारणों की समीक्षा करेगी। उत्तर प्रदेश में खासकर उन जिलों पर अधिक फोकस किया जाएगा, जहां पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है और हार का भी सामना करना पड़ा है।
भाजपा लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी लेकिन उम्मीद के विपरीत मात्र 36 (भाजपा 33, रालोद 2 व अपना दल एक) सीटें ही मिल सकी हैं। यानी पिछले चुनाव की तुलना में पार्टी को इस बार 30 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है।
