तालिबान का डर: अफगानिस्तान में आर्थिक संकट के चलते न तो रोजगार है और न ही कोई काम, ऊपर से तालिबान का खौफ अलग से है। ऐसे में देश छोड़कर जाने वालों की संख्या काफी बढ़ी है। इन नागरिकों का एक ही जुनून है कि मर जाएंगे लेकिन देश छोड़ देंगे।
अफगानिस्तान में तालिबान के बर्ताव से परेशान हजारों नागरिक हर रोज पश्चिम में हेरात प्रांत से ईरान सीमा तक पहुंच रहे हैं। यहां वे अपने लोगों से मिलते हैं और फिर कई दिनों तक पैदल यात्रा करके सीमा पार कर रहे हैं। यहां इनका पाला मानव तस्करों से भी पड़ता है जो उन्हें सीमा पार कराने में कुछ पैसे लेकर मदद कर रहे हैं।
ये अफगानिस्तानी नागरिक कई बार ट्रकों में फंसे लोगों के साथ यात्रा करते हैं l ईरान पहुंचने पर वे नौकरी पाने की कोशिश करते हैं और कुछ यूरोप जाने की योजना बनाते हैं। ईरान तक का सफर बहुत कठिन होता है, उनके पास खाने के लिए कुछ ही रोटी और पीने का पानी होता है। वे ज्यादा देर तक पैदल चल सकें इसके लिए वे भारी बैग नहीं साथ रखते।
