मिर्जापुरः मिर्जापुर के हलिया थाना क्षेत्र के बेलाही गांव से एक माह पूर्व अपनी मां सीमा के साथ निकली तीन बहनों का कंकाल बुधवार की सुबह हर्रा जंगल में बरामद हुआ था। मां कंकाल मिलने के बाद से लापता थी। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी के डर से सीमा ने आत्महत्या कर ली। सीमा का शव शुक्रवार सुबह मोरचहवा जंगल में पेड़ से लटकता मिला। अब मां की मौत के बाद बच्चों की मौत के रहस्य से पर्दा उठा पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी। लोगों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शव की शिनाख्त की। आशंका यही जताई जा रही है कि बच्चों की हत्या मां ने ही की थी।
बलिकाओं के मामा की सूचना पर पुलिस के साथ जंगल में पहुंचे उनके पिता ने कपड़ों से तीनों पुत्रियों गोलू (12) मुनिया(10) व ममता(8) की शिनाख्त की था। बालिकाओं के पिता की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी थी।
हलिया के बेलाही निवासी देवीदास की सीमा दूसरी पत्नी थी। बीते 18 अगस्त को देवीदास किसी काम से घर से निकला था। उस दिन सीमा तीन पुत्रियों गोलू (12) मुनिया (10) व ममता (8) को साथ लेकर निकली। पुत्रियों को बताया कि मजदूरी करने के लिए जा रही है। दो दिन बाद वह अपने मायके सुखड़ा बेलगवां अकेले पहुंच गई।
इधर, पुत्रियों को घर में न देख कर देवीदास ने पत्नी सीमा से पूछा तो बताया कि पुत्रियां नौकरी करने इंदौर गई हैं। मायके में भी उसने यही बात बतायी थी। इसके बाद वह लगातार देवीदास को गुमराह करती रही। बच्चियों के मामा और देवीदास ने उनकी तलाश करने की भरसक कोशिश की। अचानक से मंगलवार की रात उन तीन बालिकाओं का कंकाल हर्रा के जंगल में मिला। इस सूचना के बाद से सीमा लापता थी। शुक्रवार सुबह उसका शव मिला।
