आज नवरात्रि का 6वां दिन है. आज मां नव दुर्गा के छठे रूप मां कात्यायनी देवी की पूजा-अर्चना हो रही है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कात्यायिनी मां का स्वरूप सुख और शांति प्रदान करने वाला है. देवी कात्यायनी की पूजा सुबह किसी भी समय कर सकते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी कात्यायनी की पूजा करने से मन की शक्ति मजबूत होते है और साधक इन्द्रियों को वश में कर सकता है. अविवाहितों को देवी की पूजा करने से अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है.
धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवी कात्यायिनी ने ही राक्षस महिषासुर का मर्दन किया था. मां कात्यायनी की पूजा करने के लिए सबसे पहले पूजा की चौकी पर साफ लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर मां कात्यायनी की मूर्ति रखें. गंगाजल से पूजाघर और घर के बाकी स्थानों को पवित्र करें. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ व्रत का संकल्प पढ़ें एवं सभी देवी-देवताओं को नमस्कार करते हुए षोडशोपचार पूजन करें.
