नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने अपने आयोजनों की मेजबानी की प्रक्रिया पर यू-टर्न लिया है। अब तक खुली बोली के जरिये इन वैश्विक टूर्नामेंटों की मेजबानी हासिल करने के लिए दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड दावेदारी पेश करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और इन टूर्नामेंटों के लिए मेजबान देश का चयन आइसीसी बोर्ड करेगा। मेजबानी हासिल करने के लिए बोली लगाने का फैसला अक्टूबर 2019 में आइसीसी की बैठक के अधिक विवादास्पद नतीजों में से एक था।
आइसीसी बोर्ड की मंगलवार को हुई बैठक के बाद आइसीसी ने कहा कि अगले भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) के तहत 2023 से 2031 के चक्र के लिए आइसीसी ने अपने सभी आयोजनों के लिए मेजबानों के चयन की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है और यह चयन प्रक्रिया इसी महीने शुरू होगी। हालांकि, इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि यह प्रक्रिया कैसे काम करेगी, लेकिन सभी सदस्यों से बोलियां आमंत्रित करने से पीछे हटने के आइसीसी के फैसले से इसका विरोध कर रहे कई बोर्ड खुश होंगे। बीसीसीआइ और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) भी उन बोर्ड में शामिल हैं जो मेजबानी के लिए बोली प्रक्रिया का विरोध कर रहे थे।
अगले चक्र में सभी पुरुष, महिला और अंडर-19 स्पर्धाओं के लिए बोली लगाने के बजाय मेजबान का चयन किया जाएगा। चक्र में पुरुषों के टूर्नामेंट में चैंपियंस ट्रॉफी की वापसी हुई है और वनडे विश्व कप और टी-20 विश्व कप शामिल हैं। इनके लिए मेजबानों के चयन की प्रक्रिया इस महीने शुरू होगी, जिसके सभी आयोजनों के लिए सितंबर तक मेजबान सुनिश्चित किए जाएंगे। महिलाओं और अंडर-19 स्पर्धाओं की मेजबानी की प्रक्रिया नवंबर में शुरू होगी।
बता दें कि आइसीसी ने एक जून को हुई बैठक में हर साल कम से कम एक आइसीसी इवेंट्स आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। मौजूदा साल को देखें तो इस साल दो आइसीसी टूर्नामेंट होने हैं, जिनमें एक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल है, जबकि दूसरा टी20 वर्ल्ड कप है। इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में होना है।