दिल्ली के मालवीय नगर में ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले कांता प्रसाद ने सुसाइड की कोशिश की है .खबर के मुताबिक बाबा ने गुरुवार देर रात नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि बाबा ने पहले तो खूब शराब पी उसके बाद नींद की गोलियां खा लीं. नाज़ुक हालत में उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फिलहाल बाबा खतरे से बाहर हैं. शुरुआती जांच में सुसाइड की कोशिश का कारण लॉकडाउन में होटल बंद रहना और बाबा ने जो केस दर्ज कराया था उसको लेकर तनाव बताया जा रहा है. उधर, कांता प्रसाद द्वारा आत्महत्या करने की कोशिश पर दिल्ली पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है.
हालांकि पुलिस का कहना है कि बाबा की सुसाइड की कोशिश करने की वजह अभी साफ नहीं है. मामले की जांच की जा रही है. कांता प्रसाद सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के जरिए देशभर में चर्चा में आए थे. उनकी मदद के लिए कई लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया था, जिसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति काफी बेहतर हो गई थी. कांता प्रसाद ने क्राउड फंडिंग से मिले पैसों से नया रेस्टोरेंट खोला था. इसमें उन्होंने दो शेफ और एक हेल्पर को नौकरी पर रखा था.लॉकडाउन में रेस्टोरेंट पर ताला लगने के कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ था, जिसके बाद उन्होंने इसे बंद कर दिया था.
बाबा के बेटे ने बताया था कि रेस्टोरेंट में खर्चे के अनुसार कमाई बेहद कम हो रही थी. रेंट, काम करने वाले लड़कों की तनख्वाह, बिजली और पानी का बिल भरना पड़ता था. रेस्टोरेंट खोलने में डेढ़ लाख से अधिक पैसे लगे थे. रेस्टोरेंट बंद होने के बाद हमने सारा सामान बेच दिया, जिससे 30 से 40 हजार रुपये मिले. बाबा के बेटे के अनुसार, रेस्टोरेंट में यदि महीने का खर्चा 2 लाख रुपये था तो कमाई सिर्फ 15 हजार रुपये हो रही थी, तो इसे बंद करना जरूरी था, क्योंकि हमें नुकसान हो रहा था.