शिरोमणि अकाली दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सिसवान में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शन के दौरान सिसवान में पंजाब पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को हिरासत में लिया। बता दें कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक नया सियासी समीकरण सामने आया है। 2022 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सुखबीर बादल की अकाली दल और यूपी की पूर्व सीएम मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन कर लिया है।
आपको बता दें कि पिछले चुनाव में अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन था।गठबंधन का ऐलान कर अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल और BSP ने गठबंधन किया है और 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब की 117 सीटों में से बहुजन समाज पार्टी 20 सीटों पर और शिरोमणि अकाली दल शेष 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कैप्टन सरकार के खिलाफ पिछले साढ़े चार साल में ये सबसे बड़ा प्रदर्शन है।
अकाली दल ने कैप्टन सरकार पर कोरोना की वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों को बेचकर मुनाफा बेचने का आरोप भी लगाया है। विपक्ष कैप्टन सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को बचाने का आरोप भी लगा रहा है। विपक्ष सवाल पूछ रहा है कि जो वैक्सीन सरकारी अस्पतालों को देने के लिए खरीदी गयी वो प्राइवेट अस्पतालों तक कैसे पहुंची ? इससे पहले सुखबीर बादल ने कैप्टन सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 15 जून तक स्वास्थ्य मंत्री को नहीं हटाया तो उनका फार्म हाउस घेरने पहुंचे।