यूपी: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार द्वारा 100 दिनों में किए गए कामकाज पर 4 जुलाई यानी आज प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी देंगे। इससे पहले सीएम योगी ने प्रदेश में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिन पूरे होने पर सरकार के कार्यों की समीक्षा की थी और अफसरों को निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ का दूसरा कार्यकाल और 100 दिन का लक्ष्य। वादों की भरमार के बीच इरादों का इम्तिहान था।
सरकार के प्रयासों से कई लक्ष्य तो तय समय में ही पूरे हो गए, मगर कई लक्ष्य रह गए। युवाओं को सबसे ज्यादा इंतजार भर्तियों का था, मगर 10 फीसदी लक्ष्य ही हासिल हो सका। कई लक्ष्य अधूरे जरूर हैं, लेकिन सरकार के पास इन्हें पूरा करने का पर्याप्त वक्त है। योगी सरकार के शुरुआती 100 दिन में बड़ा लोन मेला लगाने का वादा पूरा हुआ। नई स्थापित 1.90 लाख इकाइयों को 16 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय मदद दी गई। लेकिन, नई एमएसएमई नीति का अब भी इंतजार है। इसे भी 100 दिन के भीतर लाने का वादा किया गया था।
एमएसएमई विभाग का कहना है कि 1.90 लाख नई इकाइयों के स्थापित होने से करीब चार लाख लोगों को रोजगार मिला है। इससे बाजार में मांग बढ़ेगी और उत्पादन के अन्य क्षेत्रों में भी तेजी आएगी। नतीजतन, प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तेजी मिलेगी। विभाग ने इस अवधि में पांच सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) बनाने का वादा भी पूरा किया है। सीएफसी में उपलब्ध तकनीकी सुविधाओं और मशीनरी का उपयोग करके सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमी अपने उत्पादों की गुणवत्ता को सुधार सकेंगे। ये सीएफसी सिद्धार्थनगर, सीतापुर, अंबेडकरनगर, आगरा आदि जिलों में स्थापित किए गए हैं।
एमएसएमई उत्पादों को अमेजन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में कामयाबी मिली है। इससे इन उत्पादों को देश-विदेश में आसानी से बाजार मिल रहा है। अमेजन डॉट कॉम से निर्यातकों को जोड़ने के लिए भी एमओयू साइन हो चुका है, जो पहले 100 दिन की प्रमुख घोषणाओं में शामिल था। माना जा रहा है कि इसका लाभ उद्यमियों को शीघ्र मिलने लगेगा। इसी तरह से सभी जिला उद्योग केंद्रों को ऑनलाइन कर दिया गया है।
