कानपुर: रक्षा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों में कानपुर में अडानी डिफेंस सिस्टम्स की आर्म्स फैक्ट्री तैयार हो गई है। डिफेंस कॉरिडोर की कानपुर नोड में 250 एकड़ में बनी इस फैक्ट्री का उद्घाटन 26 फरवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस अवसर पर अदाणी ग्रुप के एमडी और गौतम अदाणी के बेटे करन अदाणी भी मौजूद रहेंगे। यह एशिया की सबसे बड़ी गोला-बारूद निर्माण इकाई है।
इस्राइल से 100% तकनीक के ट्रांसफर के चलते उत्पादन शुरू हो चुका है। पहले चरण में मेक इन इंडिया के तहत ड्रोन, हेलीकॉप्टर और मिसाइल बनेंगे। कानपुर के साढ़ में अडानी डिफेंस का आर्म्स एंड एम्यूनिशन कॉम्प्लेक्स बन रहा है, जहां गोला-बारूद और छोटे हथियार बनाए जाएंगे। इसमें तीनों सेनाओं और पैरामिलिट्री फोर्स के लिए जरूरी सारे हथियार बनाए जाएंगे।
कानपुर डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी समूह की डिफेंस इकाई में तोप से लेकर ड्रोन, हथियार और गोला बारूद बनेंगे। यहां शॉर्ट रेंज मिसाइलें भी बनाई जाएंगी। ये रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए कानपुर साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की पहली यूनिट तैयार हो गई है। करीब 1500 करोड़ से तैयार इस स्माल कैलिबर एम्यूनेशन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में मार्च से तोप-गोले और हैंड ग्रेनेड का उत्पादन शुरु हो जाएगा। प्लांट की पहली यूनिट में सबसे पहले रायफल लाइट मशीन गन (एलएमजी) एके-47 और कार्बाइन की गोलियां बनेंगी। अगले चरण में आर्टिलरी गन गोला-बारूद तोपें और हैंड ग्रेनेड समेत सेना के लिए अलग-अलग तरह के अस्त्र-शस्त्र व सुविधाओं संबंधित उत्पाद बनेंगे। मार्च तक उत्पादन शुरू करने का खाका खींचा गया है। अतः इसमें तीनों सेनाओं और पैरामिलिट्री फोर्स के लिए जरूरी सारे हथियार बनाए जाएंगे।
भारत में 7 सालों में रक्षा निर्यात में आया 10 गुना उछाल
भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में देश ने रक्षा निर्यात में अहम उपलब्धि हासिल की है।
