काशी विद्यापीठः वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आठ अगस्त से प्रवेश परीक्षाएं शुरू हाेंगी। प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन 17 और 18 अगस्त को भी होगा। 29 पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा तीन पालियों में कराई जाएगी। शनिवार को कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने प्रवेश परीक्षा की सूचना जारी कर दी। बाकी 30 पाठ्यक्रमों में मेरिट से दाखिला लिया जाएगा। निर्धारित सीट के सापेक्ष दोगुने से कम आवेदन आए हैं।
काशी विद्यापीठ में प्रवेश परीक्षा का आयोजन दो घंटे की बजाय एक घंटे होगा। आठ अगस्त को पहली पाली में बीए प्रथम, दूसरी पाली में एमकाम, बीए मासकॉम, एमएफए, एमए इतिहास, एमम्यूज और तीसरी पाली में बीएससी बायो, एमएससी गृह विज्ञान, एमए मनोविज्ञान की प्रवेश परीक्षा होगी। प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। इस बार 100 प्रश्नों के स्थान पर अभ्यर्थियों को 50 का उत्तर देना होगा। प्रत्येक प्रश्न आठ अंक के होंगे। इस प्रकार कुल 400 अंकों का होगा।
स्नातक स्तर पर सामान्य ज्ञान व इंटरमीडिट स्तर के प्रश्न पूछे जाएंगे। जबकि स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों में 70 फीसदी विषय से संबंधित तथा 30 फीसदी सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न होगा। परीक्षाएं ओएमआर सीट पर होंगी।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कुलानुशासक मंडल का गठन किया गया। इसमें प्रो. राजेंद्र प्रसाद सिंह ,प्रो. बृजेश कुमार सिंह, डॉ. पितांबर दास, डॉ. रामाश्रय सिंह, डॉ अनीता, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. बृजेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. जयप्रकाश यादव, डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डॉ. कृष्ण कुमार सिंह, डॉ. नीरज कुमार सोनकर, डॉ. शिल्पी गुप्ता, डॉ. मुकेश कुमार पंथ, डॉ. रीना चटर्जी, डॉ. पारिजात सौरभ, डॉ. ऊर्जस्विता सिंह, डॉ. धनंजय विश्वकर्मा, डॉ. विनोद कुमार सिंह, डॉ. सैयद दुलारे हुसैन, डॉ. राधेश्याम राय शामिल हैं।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शनिवार को विद्यार्थी शिकायत निवारण पोर्टल की शुरुआत हो गई। कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने पोर्टल का उद्घाटन कर कहा कि छात्रों की समस्याएं अब तीन दिनों के अंदर दूर होंगी। कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने कहा कि योजना बनाने से काम नहीं चलता। कार्य योजना को धरातल पर लाना पड़ेगा।