कानपुर: नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। जब कानपुर में कोरोना महामारी पीक पर थी तब नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को कई गुना दामों पर बेचा जा रहा था। गिरोह के सरगना पर पहले ही रासुका लगाया जा चुका है। तीन आरोपी जेल में हैं। 15 अप्रैल को बाबूपुरवा में एसटीएफ और पुलिस ने हरियाणा के सचिन कुमार, नौबस्ता के मोहन सोनी और कानपुर देहात के प्रशांत शुक्ला को गिरफ्तार किया था।
आरोपियों के पास से 268 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए थे। ड्रग विभाग की जांच में इंजेक्शन नकली निकले थे। ग्लूकोज व नमक के मिश्रण से इंजेक्शन बनाए गए थे। 21 मई को गिरोह के सरगना सचिन पर रासुका की कार्रवाई की गई थी। बाबूपुरवा इंस्पेक्टर देवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य हैं जिसके आधार पर आरोप तय कर चार्जशीट लगाई गई है। व्हाट्सएप चैट भी हैं। इन सभी तथ्यों को चार्जशीट में शामिल किया गया है। तीनों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी गई है।