दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रमुख व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार की इन दिनों मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई हो रही है इस बीच दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज फिर निदेशालय (ईडी) ने एक और समन भेजा है। ईडी की ओर से यह पांचवा समन जारी किया गया है। इससे पहले भी कई समन जारी किया गया था। केजरीवाल अभी तक ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में चल रही जांच में 2 फरवरी को जांच में शामिल होने के लिए नया समन जारी किया है। इससे पहले ईडी ने 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और दो नवंबर को केजरीवाल को समन भेजा था, लेकिन दिल्ली सीएम पेश नहीं हुए थे।
केजरीवाल का आरोप है कि फर्जी मामले में जांच एजेंसी ने आप के कई नेताओं को जेल में डाल रखा है। अब भाजपा पूछताछ के बहाने उनको भी गिरफ्तार कराना चाहती है। उसका मकसद आप के लोकसभा चुनाव प्रचार को रोकना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी संपत्ति ईमानदारी है। झूठे आरोप व फर्जी समन भेजकर ईमानदारी पर चोट की जा रही है। मुख्यमंत्री का दावा है कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। ईडी को अभी तक सुबूत नहीं मिले हैं, जबकि पिछले दो साल से शराब घोटाले की चर्चा हो रही है और जांच एजेंसी कई रेड मार चुकी है।
ईडी के समन को गैर-कानूनी बताते हुए उन्होंने कहा था कि इस मामले में उन्होंने ईडी से कुछ सवाल पूछे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसका सीधा मतलब है कि जांच एजेंसी के पास शराब घोटाले का कोई पुख्ता सुबूत नहीं है। एजेंसी का समन गैर-कानूनी है। इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए जवाब में पूछा कि यदि वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी नहीं हैं, तो उन्हें समन क्यों जारी किया गया।
