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बोल की लब आजाद है तेरे…. भ्रष्टाचार में रंगे डॉ प्रमोद कुमार किसी भी हद तक जाने को तैयार भाग- 09 बहरो को जगाने के लिए कलम का धमाका

ब्यूरो चीफ राज पांडेय के साथ*
 

बहरो को जगाने के लिए कलम का धमाका ,आखिर क्यों डॉ प्रमोद कुमार की शिकायत पर लगी मनमानी रिपोर्ट,टिक टॉक, और वीडियो गेम तो नही बन रहा है शिकायती पोर्टल

उत्तर प्रदेश /महराजगंज- सत्ता की ताकत के आगे जब सवाल कमजोर पड़ जाए तो आवाज बुलंद करनी पड़ती है । क्योंकि बहरो को जगाने के लिए धमाका करना जरूरी होता है। और आईरा न्यूज़ चैनल लगातार अपनी कलम के माध्यम से बहरी सरकार को जगाने का प्रयास कर रहा है। सरकार को यह बताने के लिए चैनल लगातार आवाज उठा रहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद से सटे क्षेत्र महाराजगंज जिले में चिकित्सा व्यवस्था केवल एक डॉक्टर की वजह से ध्वस्त होती दिखाई दे रही है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस डॉक्टर की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई । उल्टा चिकित्सक ने अपने फार्मेसिस्ट और दवा व्यवसायी को ही गवाह बनाकर आवेदन कर्ता को झूठा साबित करने का कुचक्र रच दिया ।कुछ ऐसा ही मामला महाराजगंज जिले के जिला संयुक्त चिकित्सालय में अपने परिजन का इलाज कराने आए । थाना पनियरा के जड़ार गांव निवासी सतीश चंद भारती पुत्र कन्हैयालाल भारती जो कि केयर आप सपोर्ट सेंटर महाराजगंज में देवरिया एचआईवी /एड्स की महाराजगंज में संविदा कर्मचारी हैं 15 10 2021 को सतीश चंद के रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती थे ।जिसे देखने वह गया था । इस दौरान जब उसके रिश्तेदार की हालत बिगड़ गई, तो फोन पर बात करने में मस्त डॉक्टर प्रमोद कुमार से दवा और इलाज उचित ढंग से किए जाने की बात कही। बस यही सबसे बड़ा गुनाह सतीश के साथ हो गया। इतनी बात सुनकर डॉक्टर साहब का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उसने सतीश चंद को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए खातिरदारी कर दी । डॉक्टर ने तो यहां तक कहा कि तुम छोटी जाति वाले हो और जरा सा सह मिलता है तो तुम सर पर चढ़कर बैठ जाते हो। डॉक्टर यहीं नहीं रुके बल्कि सतीश को गालियां देते हुए भाग जाने को कहा साथ ही साथ हाथ पैर बंधवाकर कर मारने की भी धमकी दी। मामला यहीं ने समाप्त होता है सतीश को कालर पकड़कर इमरजेंसी से मारते पीटते अस्पताल के बाहर निकाल भी निकाल दिया। बताते हैं कि प्रमोद कुमार को छोटी जातियों के लोगों का इलाज करने में ऐसा महसूस होता है ऐसा लगता है कि छुआछूत की बीमारी जो वर्षों पहले समाप्त हो गई थी वह मानसिकता आज भी डॉक्टर साहब के दिमाग में बैठी हुई है । इस मामले में जब पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज कराई तो मजेदार बात यह है कि यहां भी डॉक्टर का खेला हो गया। डॉक्टर साहब ने इस मामले में 2 गवाह पेश किए जिसमें एक उन्हीं के अस्पताल का फार्मेसिस्ट कमाल खान और दवा का थोक व्यापारी आशीष जयसवाल को बनाया । अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो कर्मचारी अपने उच्च अधिकारियों से लाभ लेते हो वह अपने उच्च अधिकारियों को कैसे जेल की सलाखों के पीछे देख सकते हैं । इसलिए उन्होंने वही जवाब दिया जो डॉक्टर साहब सुनना चाहते थे और जिसमें डॉक्टर साहब की बचत हो जाती । मजेदार बात यह है कि इस मामले में जब फार्मेसिस्ट कमाल खान से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक किसी भी पुलिस अधिकारी या किसी भी पुलिसिया कार्यवाही में उनसे ना तो पूछताछ की गई है और ना ही उन्होंने किसी भी प्रकार का इस मामले में लिखित पत्र दिया है तो क्या अब यह समझा जाए कि मुख्यमंत्री पोर्टल आम जनमानस के लिए एक मजाक का उपकरण बन गया है जिसे आने वाले समय में बच्चे टिक टॉक और इंस्टाग्राम की तरह उपयोग करेंगे या फिर वीडियो गेम की तरह इस पर गेम खेलेंगे क्योंकि मुख्यमंत्री पोर्टल पर अनाप-शनाप रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण किया जा रहा है एक फॉर्मेलिटी के तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फोन किया जाता है कि आपकी समस्या का निस्तारण हो गया है । इससे आप संतुष्ट हैं या नहीं अधिकतर मामलों में पीड़ित यही कहता है कि वह अभी संतुष्ट नहीं है । लेकिन ना तो उसके बाद उसका हालचाल पूछा जाता है और ना ही कोई कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है। बस यह जवाब लिखकर आता है कि आप के मामले का निस्तारण कर दिया गया है पुलिस को किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। डॉक्टरों का जमीन का भगवान कहा जाता है लेकिन जब डॉक्टर मरीज की जात और धर्म पूछकर इलाज करना शुरू कर दें तो वह कहीं से भी भगवान दिखाई नहीं देता है और यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि इसकी शिकायत करने पर भी पीड़ित को उचित न्याय नहीं मिलता है जबकि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास की बात कैसे सब को साथ ले कर चलने की बात कहती है और मुख्यमंत्री पोर्टल का मजा कुछ क्षेत्र में उड़ाया जा रहा है जो कभी खुद मुख्यमंत्री का गृह जनपद हुआ करता था परंतु अब अलग जनपद बनकर महाराजगंज जिले के रूप में जाना जाता है।एरा न्यूज़ की टीम लगी हुई है जल्द ही एरा न्यूज़ डॉ प्रमोद कुमार के चरित्र और मानसिकता से भी जुड़ी खबरें और उनके काले कारनामों को आपके बीच जल्द ही रखेगी!भाग 10 में हम बताएंगे डॉ प्रमोद कुमार से जुड़ी  उनके काले कारनामे की पोल जल्द ही आप सबके सामने …सिर्फ ERRA NEWS INDIA EXCLUSIVE पर

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