नेशनल हाईवे: यातायात और आने जाने की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए तथा साथ ही राज्यो को एक दूसरे से जोड़ने के उद्देश्य से नेशनल हाईवे का निर्माण तीर्व गति से कराया जा रहा है। किसी भी देश की प्रगति और आगे बढ़ने के लिए सड़कों का अहम योगदान माना जाता है। लोक भवन में पीडब्ल्यूडी की सौ दिन की उपलब्धियां बताते हुए लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 29 हजार करोड़ रुपये की लागत से 1828 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे बनाए जाएंगे।
विभाग की ओर से बीते वर्ष राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को प्रस्तुत 662 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे निर्माण के लिए 13,325 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मंजूर हो चुकी हैं। इस वर्ष 1163 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे के निर्माण के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को डीपीआर भेजी जाएगी। मंत्रालय ने इसके लिए 15,634 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश 11.590 किलोमीटर लंबे 89 राष्ट्रीय राजमार्ग है। बीते वर्ष 1720 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को पूर्ण किया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मथुरा वृन्दावन क्षेत्र में 2500 करोड़ की लागत से बृज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का निर्माण कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 100 दिन में 500 से अधिक ग्रामीण संपर्क मार्गों का निर्माण कराया गया है। विभाग ने 89 सेतुओं का निर्माण कार्य पूरा किया है और 1191 सेतु कार्य प्रगति में हैं। उन्होंने बताया कि सेतु निगम की ओर से प्रतिवर्ष औसतन 45 नदी सेतु एवं 20 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसे वर्ष 2023.24 में 40 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कराने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि 511 किलोमीटर मार्गो का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण लागत कराया है।
उन्होंने बताया कि 10,380 किलोमीटर लंबी सड़कों की मरम्मत और 2910 किलोमीटर लंबी सड़कों का नवीनीकरण किया गया है। विभाग के शिकायत प्राणली को सुदृढ़ बनाए जाने के लिए ग्रीवांस रिड्रेसल सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।
