अपनी आंखों में आसमान छूने के सपना लिए भारतीय मूल की सिरिशा बांदला ने वर्जिन गैलेक्टिक की यूनिटी-22 से रविवार रात आठ बजे अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी। बड़ी बात ये है की ये कोई पहली बार नहीं है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्रा के लिए रवाना हुआ है, लेकिन ये बड़े ही गर्व की बात है कि एक भारतीय फिर अपनी मेहनत और लगन के दमपर किसी भारतीय को ये अवसर प्राप्त हुआ है. इससे पहले राकेश शर्मा, कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष और स्पेश स्टेशन की यात्रा कर चुके हैं।
शिरिषा का जन्म आंध्र प्रदेश के गुंटूर में हुआ था, बता दें कि वो अपने पांच साथियों के साथ अंतरिक्षयान बनाने वाली वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी के साथ न्यू मेक्सिको से अंतरिक्ष के सिरे तक का सफर कर रही हैं।
इस अंतरिक्षयान को न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान के ऊपर उड़ाया जाएगा। इसके बाद ये यान पृथ्वी पर वापस लौट आएगा। अगर ये परिक्षण सफल रहा तो यात्रा 90 मिनट में पूरी होगी। इससे पहले 22 परीक्षण मिशन पूरे किए गए हैं।
यान में कंपनी के मालिक ब्रिटिश ब्रेनसन समेत छह यात्री सवार हैं। वीएसएस यूनिटी को इंजन युक्त वीएमएस ईव रॉकेट 50,000 फुट की ऊंचाई पर जाएगा।
वहीं अगर ब्रेनसन की कंपनी इस परिक्षण में सफल होती है तो अरबपति बेजोस और उनकी अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजन से आगे नजर आएंगे, क्योंकि बेजोस भी इसी महीने अपने अंतरिक्ष यान न्यू शेफर्ड के जरिए अंतरिक्ष यात्रा करने जा रहे हैं। इस दौड़ में एलन मस्क भी किसी से पीछे नहीं हैं। मस्क की कंपनी स्पेस एक्स सितंबर में लोगों को अंतरिक्ष में ले जाएगी।