India

खुशखबरी: 1267 करोड़ की लागत से बनने वाले रोपवे से अब महज 30 मिनट में पूरा हो जाएगा केदारनाथ धाम का सफर

खुशखबरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ का पुनर्निर्माण का कार्य हो रहा है। आज केदारनाथ का भव्य और दिव्य प्रांगण पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है। केदारनाथ यात्रा को सरल व सुलभ बनाने की पीएम ने शुरुआत की है। 1267 करोड़ की लागत से बनने वाले 9.7 किमी लंबे रोपवे से 30 मिनट में गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचा जा सकेगा। अभी गौरीकुंड से धाम पहुंचने में 5 घंटे लगते हैं और 16 किमी पैदल चलना पड़ता है। रोपवे बनने से यह दूरी कम हो जाएगी।

रोपवे निर्माण का कार्य दो फेज में होना है। पहले फेज में सोनप्रयाग से गौरीकुंड और दूसरे पेज में गौरीकुंड से केदारनाथ तक रोपवे बनेगा। नेशनल हाईवे लॉजिस्टक मैनेजमेंट लिमिटेड ने रोपवे निर्माण की प्रारंभिक कार्रवाई पूरी कर दी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में रोपवे का शिलान्यास कर आम यात्रियों की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी कर दी है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि रोपवे की कुल लंबाई 13 किमी है, जिसका निर्माण दो फेज में होना है।

अस्सी के दशक से केदारनाथ यात्रा को सुलभ बनाने की मांग होती रही है। इस दिशा में वर्ष 1975 में गौरीकुंड-रामबाड़ा सात किमी सड़क भी स्वीकृत हुई थी लेकिन दो किमी निर्माण के बाद यह सड़क वन अधिनियम के कारण फाइलों में कैद हो गई। वर्ष 2005 में गौरीकुंड-रामबाड़ा रोपवे की स्वीकृति भी मिली। तब, उत्तराखंड पर्यटन विभाग रोपवे निर्माण के लिए निजी कंपनियों से सर्वेक्षण कराया। जिस पर निर्माण की लागत 70 करोड़ बताई गई लेकिन किसी भी कंपनी ने हाथ आगे नहीं बढ़ाए। जून 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ को सड़क से जोड़ने के साथ ही यात्रा को सुलभ व सरल बनाने की मांग जोरों से उठने लगी। साथ ही भाजपा व कांग्रेस सरकारों ने भी केदारनाथ को रोपवे से जोड़ने के लिए एक नहीं बल्कि सात बार घोषणा की। यहां तक कि केंद्रीय पर्यटन विभाग ने भी सर्वेक्षण कराया मगर बात नहीं बन पाई। वहीं, बीते वर्ष केंद्र सरकार ने आम बजट में केदारनाथ को रोपवे से जोड़ने की बात कही जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई।

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top