
महराजगंज पुलिस ने एक सनसनीखेज लूट की झूठी कहानी का महज कुछ घंटों में भंडाफोड़ कर दिया। कोतवाली क्षेत्र के बागापार टोला कोदईपुर निवासी जितेंद्र यादव ने 29 मई की रात सोनरा गांव के पास दो अज्ञात बाइक सवारों द्वारा ₹2,22,000 नकद और मोबाइल लूटने की शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी जांच और पूछताछ के आधार पर मामले का खुलासा किया।
पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना (IPS) के निर्देश पर एसओजी और स्वाट की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। घटनास्थल पर कोई संघर्ष के निशान नहीं मिले, न ही जितेंद्र के शरीर पर चोट के सबूत पाए गए। चिकित्सकीय जांच में भी केवल “दर्द की शिकायत” दर्ज हुई। बैंक खातों की जांच से पता चला कि जितेंद्र ने ऑनलाइन गेमिंग में करीब ढाई लाख रुपये गंवाए थे। सख्त पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने परिजनों को गुमराह करने के लिए लूट की कहानी गढ़ी थी।
जितेंद्र की निशानदेही पर पुलिस ने लूट में गया बताया गया बैग बरामद कर लिया, हालांकि मोबाइल नहीं मिला। पुलिस का अनुमान है कि मोबाइल किसी राहगीर को मिला होगा। जितेंद्र के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 231 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील की है कि नुकसान की भरपाई के लिए झूठी सूचनाएं न दें, अन्यथा सख्त कार्रवाई होगी। यह मामला पुलिस की तत्परता के साथ-साथ ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों को भी उजागर करता है।
प्रभारी निरीक्षक सत्येन्द्र कुमार राय, उपनिरीक्षक अंकित कुमार सिंह, नितेश कुमार, सूरज कुमार, उदयभान यादव, हेड कांस्टेबल समीउल्लाह खाँ, करुणेश सिंह, कांस्टेबल अमित यादव, श्यामजी यादव, एसओजी प्रभारी योगेश सिंह, स्वाट प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह सहित अन्य शामिल रहे।

