ऑल इंडिया ओबीसी रेलवे इंप्लाइज एसोसिएशन के 24वें स्थापना दिवस पर संगठन ने एक सम्मेलन आयोजित कर अपने हक की आवाज बुलंद की। पूर्वोत्तर रेलवे ओबीसी रेल कर्मचारी एसोसिएशन के 24वें स्थापना दिवस पर संगठन के जोनल कार्यालय में 10 मांगों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के अंत में संगठन ने सरकार से इन मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की।
कार्यक्रम को जयचंद यादव, रामधीर यादव, अंबिका यादव, रामसांवर यादव, गोरख यादव आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान रणजीत यादव, पीके सिंह, अभिनव चौधरी, यादव राज यादव, राजीव जायसवाल, अशोक सिंह, कुसुम चौहान, जगदीश यादव, त्रिलोकी यादव, रमेश, अशोक, अनिल, ओमनरायण मौर्या, विजय प्रताप यादव, डीसी यादव आदि मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि व ओबीसी फेडरेशन, नई दिल्ली के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष एसएन मौर्या ने कहा कि ओबीसी कर्मचारियों को सतर्क, सबल और संगठित होकर अपनी मांग को आवाज देने की जरूरत है। संगठन के मंडल मुख्यालय गोरखपुर के अध्यक्ष हरिदयाल यादव ने कहा कि ओबीसी कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा है।
स्थापना दिवस कार्यक्रम में इन मांगों पर हुई चर्चा
1- अभी मंडल कमीशन की 40 में से केवल दो सिफारिशों को लागू किया गया है। शेष सिफारिशों को भी तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
2- एससी/एसटी की भांति ओबीसी रेल कर्मचारियों को भी पदोन्नति में आरक्षण दिया जाए।
3- ओबीसी कर्मचारियों को भी परीक्षा से पूर्व प्रशिक्षण की सुविधा दी जाए।
4- ओबीसी बैकलॉग भरने के लिए वर्ष 1997 से गणना कराई जाए तथा रिक्त पदों को मुहिम चलाकर भरा जाए।
5- जोनल अध्यक्ष/जोनल महामंत्री एवं सभी मंडलों के अध्यक्ष एवं मंत्री को अधिकारी क्लब की सदस्यता प्रदान की जाए।
6- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की दुर्घटना बीमा बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जाए तथा उसी के अनुसार कटौती हो।
7- गैंगमैन हेतु लाइन में गैंगहट बनाया जाए।
8- नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए।
9- ओबीसी का क्रीमीलेयर समाप्त किया जाए।
10- सभी प्रतिष्ठानों में 27 प्रतिशत आरक्षण को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।