महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के पारंपरिक दही हांडी महोत्सव पर जमकर महाभारत हुई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके ही चचेरे भाई राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण पार्टी (मनसे) के नेताओं ने कोविड नियमों को ताक पर रखकर ‘दही हांडी’ फोड़ी। इसके बाद पुलिस ने कई मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया।
दही हांडी उत्सव मनाने पर प्रतिबंध लगाने पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे मंगलवार को अपने चचेरे भाई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से यह पर्व नहीं मनाया गया, लेकिन सरकार ने इस साल भी दही हांडी उत्सव नहीं मनाने दिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को कोविड-19 नियमों का कथित उल्लंघन कर मध्य मुंबई के वर्ली इलाके में ‘दही हांडी’ महोत्सव आयोजित करने के आरोप में मनसे के चार कार्यकर्ताओं और अन्य आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मनसे के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है जबकि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
राज ठाकरे ने कहा कि राज्य में कई सारे काम और उद्योग शुरू हैं लेकिन राज्य सरकार जानबूझकर तीसरी और चौथी लहर ला रही है। राज ने मंदिरों को भी खोलने की वकालत की है। दही हांडी पर प्रतिबंध और मंदिरों के कपाट नहीं खोलने के फैसले को सही ठहराते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी राज ठाकरे पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सरकार त्योहार नहीं कोरोना के खिलाफ है। कोरोना कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है। इसकी रोकथाम के लिए विश्वभर में अनुशासन और नियम का पालन किया जा रहा है जो हमें करना चाहिए। साथ ही, उद्धव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं वे लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं।