10 नवंबर भारत में थलसेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं के समावेश की महत्वाकांक्षी योजना शुरू होने के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बीच संयुक्तता बढ़ाना जरूरी है और नयी संरचना के लिए सभी पक्षों से मिलने वाली जानकारी पर विचार किया जाएगा।
वायु सेना के शीर्ष कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत की सीमाओं पर ‘अस्थिरतापूर्ण’ हालात का जिक्र करते हुए कहा कि सशस्त्र बलों को किसी भी विपरीत स्थिति में संक्षिप्त नोटिस पर कार्रवाई करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने उच्च स्तर की तैयारियां रखने के लिए, संक्षिप्त नोटिस पर कार्रवाई की क्षमता और अभियान तथा शांतिरक्षण कार्यों में उच्च मानकों वाली पेशेवर क्षमता दिखाने के लिए भारतीय वायु सेना की प्रशंसा की।
