बालू अड्डा में डायरिया: राजधानी लखनऊ के बालू अड्डा इलाके में डायरिया से किशोर समेत दो की मौत हो गयी और 150 से ज्यादा मरीज के मिलने के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, महापौर संयुक्ता भाटिया से लेकर शहर के आला अफसर इलाके में हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे। डब्ल्यूएचओ की टीम भी क्षेत्र में पहुंची और हालात को परखा। नगर आयुक्त व सीएमओ ने भी इलाके का निरीक्षण किया। इस दौरान अफसरों को लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा।
क्षेत्र से पानी के सात नमूने लेकर राज्य औषधि जन विश्लेषक प्रयोगशाला भेजे गए जबकि डीएम अभिषेक प्रकाश ने मामले की जांच के लिए एडीएम पूर्वी केपी सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। टीम 48 घंटे में रिपोर्ट देगी साथ ही दस दिन के लिए सौ घरों पर एक आशा बहू को मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया, जो ओआरएस के पैकेट, क्लोरीन टैबलेट और विटामिन सी का वितरण करेगी।
कॉलोनी में डायरिया के मरीज मिलने का सिलसिला जारी रहा। युवराज, निशा, धर्मेंद्र, परी, पिंकी, विजय और रिंकी समेत 11 मरीजों को बुधवार को सिविल अस्पताल भेजा गया। इसमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। बालू अड्डा पीएचसी में सुबह से ही मरीजों के आने का सिलसिला जारी रहा। उल्टी-दस्त बंद न होने की वजह से माही, रिंकी को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी के मुताबिक, पीएचसी पर शाम तक करीब 40 से अधिक मरीज दवा लेने पहुंचे थे। इसमें अधिकतर दस्त व पेट दर्द की समस्या से ग्रस्त थे। सभी को पानी में क्लोरीन मिलाकर पीने की सलाह दी गई है। सिविल अस्पताल के बाल रोग समेत मेडिसिन विभाग में मिलाकर 31 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल निदेशक डॉ. सुभाष के मुताबिक, सात मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।
