सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। उ.प्र उद्योग व्यापार मंडल (मिश्रगुट) जिलाध्यक्ष आशीष द्विवेदी द्वारा स्थानीय नागरिकों के साथ डिविजनल रीजनल मैनेजर (डी. आर.एम) उत्तर रेलवे को संबोधित मांगपत्र सहायक मंडल अभियंता प्रवीन्द कुमार सिंह को नागरिक समस्या से अवगत कराते हुए प्रेषित किया गया।प्रतिनिधि मंडल ने समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि किसी भी दशा में रेलवे फाटक खोला जाना ही समस्या से निजात का एक मात्र उपाय है।व्यापारी नेता आशीष द्विवेदी ने कहा कि अवरुद्ध मार्ग के अतिरिक्त सभी मार्ग जोखिम भरे हैं,ऐसे में मांग न माने जाने पर समस्या निराकरण को जन आंदोलन ही एक मात्र उपाय होगा।जिसके लिए प्रभावित क्षेत्र का प्रत्येक नागरिक दृढ़ संकल्पित है और आर पार का संघर्ष करने को तैयार है!उन्होंने कहा कि हज़ारों परिवारों के आवागमन का मार्ग बाधित करना तानाशाही रवैये का प्रतीक है जिसको हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।सहायक मंडल अभियंता (ए.डी.इ) प्रवीन्द सिंह ने प्रतिनिध मंडल को अवगत कराते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव दिए जाने व बजट निर्गत किये जाने के उपरांत ही क्रोसिंग खोले जाने या भूमिगत मार्ग के निर्माण का कार्य किया जा सकता है,जनसमस्या को ध्यान में रखते हुए फाटक संख्या 148 एसपीएल से पूर्व की दिशा में लगभग 200 मीटर पर पड़ने वाली पुलिया का चौड़ीकरण करते हुये आवागमन का मार्ग देने का काम रेलवे द्वारा किया जाएगा जिससे होकर सहज रूप से पैदल या चार पहिया वाहन से आवागमन किया जा सकेगा।उपस्थित नागरिकों सतीश सिंह,सभासद फूल चन्द्र पटेल,दिनेश बाजपेयी आदि ने मांग पूर्ण होने तक संघर्ष जारी रखने का आम सहमति से निर्णय लिया व कहा कि हमारी मांगों की अनदेखी किये जाने की दशा में प्रखर आंदोलन किया जाएगा।!इस अवसर पर आर.एन त्रिपाठी, सतेंद्र सिंह,अर्जुन सिंह,राजेन्द्र प्रसाद वर्मा,एस. बी सिंह,संतोष सिंह,रामकरन सिंह,शंकर दीन मिश्रा,सुनील यादव,दुर्गेश सिंह,दिनेश त्रिपाठी,रामनरेश सिंह,राजेन्द्र अवस्थी,रमेश मिश्रा आदि भारी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
