आगरा: सावन माह का आंरभ हो रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के आगरा में खेत की जुताई करते समय प्राचीन अद्भुत शिवलिंग निकली। इसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने कहा कि सावन में भगवान खुद घर आए हैं। लोगों ने इसे स्थापित करके पूजा-अर्चना शुरू कर दी।
बता दें कि में पिनाहट क्षेत्र के पातीरामपुरा गांव निवासी किसान राधेश्याम बुधवार की सुबह खेत की जुताई करा रहे थे। ट्रैक्टर के कल्टीवेटर से एक पत्थर टकराया। देखा तो एक अद्भुत प्राचीन शिवलिंग थी। इसकी लंबाई करीब डेढ़ फुट गोलाकार है। खबर फैलते ही मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। शिवलिंग की महिलाओं ने सफाई शुरू कर दी। भजन कीर्तन और बम-बम भोले के जयकारे गूंजने लगे। लोगों ने शिवलिंग स्थापित करके पूजा अर्चना शुरू कर दी। आसपास के गांव में भी शिवलिंग निकलने की खबर फैल गई तो लोग दर्शन को आने लगे।
सावन माह में शिवलिंग निकालने की सूचना मिलते ही सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण पातीरामपुरा में शिवलिंग को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। प्राचीन शिवलिंग ग्रामीणों के लिए आस्था का केंद्र बन गई है। लोग पूजा अर्चना करने के साथ चढ़ावा भी चढ़ा रहे हैं। और भजन कीर्तनों का दौर शुरू हो गया है।
वहीं गांव वालों ने बताया कि गांव में भगवान शिव का कोई मंदिर नहीं था पूजा अर्चना करने के लिए दूसरे दूर मंदिरों में जाना पड़ता था। सावन माह में अचानक शिवलिंग निकलने से भगवान शिव उनके गांव पधारे हैं। उन्हें स्थापित कर पूजा अर्चना शुरू कर दी गई है। जल्द ही मंदिर का निर्माण भी कराया जाएगा। सावन पवित्र माह में शिवलिंग प्राप्त होना बहुत ही पुण्य की बात है। भगवान गांव पर कृपा बनकर निकले हैं। जिसे लेकर बहुत धन्य हो गए हैं।
आपको बता दें कि सावन माह भगवान शिव की आराधना के लिए जाना जाता है। मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ बम बम भोले के जयकारे गूंजते रहते हैं। आगरा यूं तो मुगलिया नगरी, ताजनगरी के नाम से विश्व में विख्यात है लेकिन आगरा का इतिहास या पहचान इतनी भर नहीं है। यहां स्थित प्राचीन मंदिर शहर की आध्यात्मिकता का प्रमाण हैं।
