दिल्ली: आज शराब घोटाले के मामले में आम आदमी पार्टी के प्रमुख व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के समक्ष पेश नहीं होंगे। वह कल से 10 दिन विपश्यना के लिए चले गए हैं। उन्हें विपश्यना पर मंगलवार को जाना था, लेकिन इंडिया गठबंधन की बैठक के कारण मामला एक दिन के लिए टल गया था। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई है कि वह विपश्यना के लिए किस शहर में गए हैं।
ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए सोमवार को उन्हें समन जारी करके गुरुवार को बुलाया है। सूत्रों के अनुसार वकीलों की राय लेने के बाद ही केजरीवाल ने ईडी के समक्ष पेश होने के बजाय विपश्यना पर जाने का निर्णय लिया है।
आम आदमी पार्टी ने ईडी के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी के वकील समन का अध्ययन कर रहे हैं और कानूनी रूप से उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा आप नेताओं ने कहा था कि केजरीवाल का विपश्यना पर जाने का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था और यह जानकारी सार्वजनिक थी।
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश होने का समय मांगा था, वहीं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।
अरविंद केजरीवाल ने ED (प्रवर्तन निदेशालय) के समन पर अपना जवाब दिया है। उन्होंने अपने जवाब में लिखा है कि मैं हर कानूनी समन मानने को तैयार हूं। लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह ही गैर-कानूनी है। सीएम केजरीवाल ने साथ ही कहा है कि ईडी का यह समन पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। ऐसे में इस समन को वापस लिया जाना चाहिए। ईडी को भेजे अपने जवाब में सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।