●ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल और वरुण गांधी। ये तीन नाम केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू होन के साथ ही चर्चा में आ गए थे। सिंधिया ने जिस तरह मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिराने और बाद में उपचुनाव जिताने में भूमिका निभाई, उसका फल उन्हें केंद्रीय मंत्री की कुर्सी के रूप में मिल सकता है। सिंधिया आज ही दिल्ली लौट रहे हैं।
●सोनोवाल ने हिमंता बिस्व सरमा के लिए असम के मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया। इसी के बाद अटकलें लगने लगी थीं कि उन्हें दिल्ली भेजा जाएगा। असम में पार्टी के भीतर किसी तरह की खींचतान न शुरू हो, इसके लिए भी सोनोवाल को केंद्र में जगह देने की पूरी तैयारी है। वे राज्यसभा के जरिए संसद पहुंच सकते हैं।
●अपने आक्रामक तेवरों के लिए मशहूर वरुण गांधी को भी केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। गांधी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद हैं जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में यूपी के कोटे से वरुण को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।