सियासत: समाजवादी पार्टी को झटका देते हुए उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता इमरान मसूद ने बसपा का दामन थाम लिया है। पिछले कुछ दिनों से वह मेयर के चुनाव की तैयारी में लगे हैं।सीट आरक्षण के अनुसार इमरान अपने परिजनों को मेयर का चुनाव जरुर लड़ाएंगे। इसके लिए वह सपा की साइकिल की सवारी छोड़कर बसपा के हाथी पर सवार होने की तैयारी में लगे थे। दो सप्ताह पहले उनके बसपा सुप्रीमो मायावती से भेंट भी हो चुकी थी।
बुधवार को इमरान मसूद ने लखनऊ में बसपा कार्यालय पर मायावती के समक्ष सपा छोड़कर बसपा में शामिल होने की घोषणा की। मायावती ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराते हुए आशीर्वाद दिया। इमरान मसूद ने कहा कि बसपा ही भाजपा को हराने में सक्षम है।
विधानसभा चुनाव के दौरान वह कांग्रेस छोड़कर सपा में इसलिए आए थे कि भाजपा को हराने का प्रयोग किया जाएगा, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं हो सका। हमारे समाज में एक तरफा वोट सपा को दिया लेकिन सपा सफल नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि अब हम एक ताकत बनकर बसपा को जीत की ओर ले जाएंगे। आने वाले निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा को जीत दिलाएंगे।
दरअसल, नौ माह पहले जनवरी में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस छोड़ कर सपा में शामिल हुए थे। वह बेहट और देहात सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें कोई तवोज्जो नहीं दी, जिस कारण वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सके। एमएलसी चुनाव में भी सपा ने उन्हें निराश किया था।