अंतिम विदाई: भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत के बारे में अटकलों से बचने का आह्वान किया। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियां कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत देश के सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे। उनका आकस्मिक निधन पूरे देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। हमने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। वह हमेशा हमारी यादों में रहेंगे।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर दोपहर करीब 3.45 बजे बरार स्क्वायर के श्मशान घाट पहुंचा। उनके काफिले के साथ सैकड़ों लोगों का हुजूम रास्ते भर दौड़ता रहा। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के दौरान श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश की सेनाओं के कमांडर भी पहुंचे।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी।