मैनपुरी उपचुनाव: मैनपुरी उपचुनाव को लेकर जिले में हलचल मची हुई है। यहां उपचुनाव पांच दिसंबर को होंगे और परिणाम की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी। मैनपरी लोकसभा उपचुनाव के लिए किए गए 13 नामांकन पत्रों की शुक्रवार को जांच की गई। पूरे दिन जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में तैनात अधिकारी नामांकन पत्रों की जांच में जुटे रहे। देर शाम जांच के बाद डिंपल यादव और रघुराज शाक्य समेत छह नामांकन वैध पाए गए।

इसमें सुभासपा प्रत्याशी समेत सात नामांकन निरस्त कर दिए गए। उपचुनाव के लिए 10 नवंबर से लेकर 17 नवंबर तक जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया संपन्न हुई। इसमें सपा प्रत्याशी डिंपल यादव, भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य, सुभासपा प्रत्याशी रामाकांत कश्यप समेत कुल 13 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। शुक्रवार को इन नामांकन पत्रों की जांच कराई गई।

जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह के नेतृत्व में अधिकारी नामांकन पत्रों की जांच में जुटे रहे। जांच में छह नामांकन वैध पाए गए और सात नामांकन अवैध पाए जाने पर निरस्त कर दिए गए। उपचुनाव के लिए दाखिल जो नामांकन पत्र जांच में वैध पाए गए हैं, उन्हें नाम वापसी के लिए एक और मौका मिलेगा। आयोग के निर्देश के अनुसार 21 नवंबर तक कोई भी प्रत्याशी जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने प्रस्तुत होकर नामांकन वापस ले सकेगा। तारीख बीतने के बाद नामंकन वापस नहीं लिया जा सकेगा।

मैनपुरी उपचुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओपी राजभर को बड़ा झटका लगा है। सुभासपा प्रत्याशी रमाकांत कश्यप का नामांकन निरस्त हो गया है। वैध और अवैध नामांकन पत्रों की सूची जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के बाहर चस्पा करा दी गई है।