लखनऊ: वजीरगंज के शीशमहल अपार्टमेंट में रहने वाले शकील हैदर के खिलाफ कई लोगों ने डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा को तहरीर दी थी जिसकी जांच के बाद केस दर्ज कराया गया। शकील के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने भी अमेठी के एक जालसाजी के मामले की विवेचना कर रही है। उसकी तलाश ईओडब्ल्यू की टीम कर रही है। शकील के खिलाफ विभाग ने गैरजमानती वारंट भी जारी किया हैl
प्रभारी निरीक्षक वजीरगंज धनंजय पांडेय के मुताबिक, जिन लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया है, उनका आरोप है कि जो जमीन उनको बेची गई है, उस पर शकील ने बैंक से लोन ले रखा है। इसी को आधार बनाकर पुलिस ने लखनऊ विधायक मुख्तार अंसारी के गुर्गे शकील हैदर के बैंक खातों की पड़ताल पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस ने अमीनाबाद के यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (अब पंजाब नेशनल बैंक) शाखा से पूरी डिटेल मांगी तथा शकील व उसके साथियों द्वारा जमा किए गए सभी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शकील के मूल गांव गाजीपुर से भी उसकी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है।
इसी बैंक से शकील ने वरावनकला की जमीन के फर्जी दस्तावेज लगाकर 107 करोड़ रुपये का लोन कराया था। पुलिस ने बैंक अधिकारियों से उन सभी दस्तावेजों की मांग की है जो लोन के आवेदन पत्र के साथ लगाए गए थे। बैंक कर्मचारी व अधिकारी की लापरवाही आई सामने प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, शुरूआती पड़ताल में बैंक ने जो दस्तावेज दिए हैं, उनमें कई खामियां हैं। इस संबंध में बैंक के अधिकारी से पक्ष रखने को कहा गया है। पुलिस के मुताबिक, इतना बड़ा लेनदेन बिना बैंक के कर्मचारियों व अधिकारियों के मिले नहीं हो सकता है। इस धांधली में बैंक के अंदर के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल हैं। उनकी भी सूची तैयार की जा रही है। जो लोन देने के समय अमीनाबाद शाखा में तैनात थे।
पीड़ितों ने आरोप लगाया कि शकील का फर्जीवाड़ा सामने आने पर जब रुपये वापस करने के लिए कहा तो उसने अपने रसूख व आपराधिक संपर्क का हवाला देते हुए जान से मारने की धमकी दी थी।
