बहराइच हिंसा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच की घटना का संज्ञान लेते हुए बहराइच हिंसा के पीड़ित परिवार से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। विधायक महसी सुरेश्वर सिंह पुलिस और पीएसी टीम के साथ मृतक रामगोपाल का परिवार मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हो गया है। बता दें कि हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद सांप्रदायिक माहौल बिगड़ता चला गया और इसकी चपेट में ग्रामीण इलाके भी आ गए। योगी मंगलवार को पीड़ित परिवार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेंगे।
आपको बता दें कि महराजगंज कस्बे में रविवार को विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दूसरे समुदाय की आपत्ति के बाद शुरू हुए विवाद में रामगोपाल मिश्रा (24) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोमवार सुबह रामगोपाल का शव घर पहुंचा, तो अंतिम यात्रा में 5 से 6 हजार लोग शामिल हुए। लाठी-डंडों के साथ आक्रोश से भरी भीड़ शव लेकर महसी तहसील पहुंची व शव सड़क पर रख प्रदर्शन शुरू कर दिया। लाठी-डंडे लेकर कस्बे में घुसे लोगों ने बाइक के दो शोरूम, एक अस्पताल को आग के हवाले कर दिया। दूसरे समुदाय के गांव में जाकर दो घरों को फूंक दिया।
रामगोपाल की अंतिम यात्रा में जुटे लोगों में से करीब दो हजार लोग कस्बे और कबड़ियन पुरवा में घुस गए और तोड़फोड़-आगजनी की। कुछ घंटे तक पूरा इलाका भीड़ के कब्जे में रहा। भीड़ के हाथ जो लगा, उसे तोड़ दिया या आग के हवाले कर दिया। पुलिस लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर उनको खदेड़ रही थी, लेकिन लोग फिर जुटते रहे। प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी। हालात बेकाबू होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर उच्च अफसरों के उतरते ही स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ गई। सीएम के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता मौके पर पहुंचे। स्थिति संभालने के लिए चार आईपीएस अफसर, दो एएसपी, 4 डीएसपी को तैनात किया गया। मौके पर 12 कंपनी पीएसी, दो कंपनी सीआरपीएफ, एक कंपनी आरएएफ तैनात है। बहराइच में स्थिति अब नियंत्रण में है।
इस मामले में अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, ननकऊ, मारुफ अली समेत 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 26 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते रहे। अधिकारियों को निर्देश दिया कि सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए।