यूपी डीजीपी: 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार तेजतर्रार अधिकारी प्रशांत कुमार प्रदेश भर में माफिया पर शिकंजा कसने में कामयाब रहे उनको सरकार ने कार्यवाहक डीजीपी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। एडीजी जोन मेरठ रहने के दौरान उन्होंने कई अपराधियों का एनकाउंटर किया था। इसके बाद मई, 2020 में उनको एडीजी कानून-व्यवस्था बनाया गया। तत्पश्चात उन्होंने प्रदेश के 66 माफिया की सूची तैयार कर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उनके नेतृत्व में एसटीएफ और जिलों की पुलिस ने एनकाउंटर करने का सिलसिला जारी रखा।
आपको बता दें कि कार्यवाहक डीजीपी बनाए प्रशांत कुमार के पास डीजी कानून-व्यवस्था और ईओडब्ल्यू की जिम्मेदारी भी बरकरार रहेगी। प्रशांत कुमार ने बुधवार दोपहर करीब तीन बजे से कार्यभार ग्रहण कर लिया।
इन अफसरों को किया सुपरसीड
प्रशांत कुमार ने मुकुल गोयल, आनंद कुमार, शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्या, सत्य नारायन साबत, अविनाश चंद्रा, संजय एम. तरडे, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव व सुभाष चंद्रा को सुपरसीड किया।
1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार तेजतर्रार अधिकारी होने के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों की लिस्ट में शामिल है। कहा जाता है कि प्रशांत कुमार ने अबतक 300 से अधिक एनकाउंटर को अंजाम दिया है, जबकि एक हजार से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर उनकी निगरानी में हुआ है। अपनी वीरता के लिए प्रशांत कुमार कई अहम पदकों से भी सम्मानित किए जा चुके हैं।